ज़िंदा है जिंदगी

ओय जिंदगी है क्या तुझे पता ?
अब तक मेरा  कितना है फटा
लगाती है छोट बहुत जोर से
खो जाता है वो यहां की शोर से ॥

मतलब नहीं इसकी मैं निकम्मा
अबतक मिला नहीं कोई हम दम्मा
साला ये है बड़ी सफर
ज़िंदा है तो तू रह गुज़र ॥

मुश्किलों को दे मुहतोड़ जवाब
तब बन सकेगा तू जनाब
ऐसे बैठके ना सड़ जा
सारे सवालों के ब्याँड बजा ॥

कर  ले अब मुठ्ठी बंद
इरादों को भेजे में बाँध
ले अभी तू उठ जा
अपनी औकाद दिखा जा



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